रूसी सुदूर पूर्व प्रथम ट्रैक-II वार्ता में भारत-जापान-रूस त्रिपक्षीय सहयोग
20 जनवरी, 2021
सहमत परिणामी दस्तावेज
रूसी सुदूर पूर्व में भारत-जापान-रूस त्रिपक्षीय सहयोग पर प्रथम ट्रैक-II वार्ता 20 जनवरी 2021 को वर्चुअली आयोजित की गई थी। इसकी मेजबानी विश्व मामलों की भारतीय परिषद (आईसीडब्ल्यूए) नई दिल्ली ने की थी। इस त्रिपक्षीय वार्ता में जापान की पूर्वोत्तर एशिया आर्थिक अनुसंधान संस्थान और रूस की सुदूर पूर्व निवेश और निर्यात एजेंसी सह-भागीदार हैं।
2. आर्थिक, सामाजिक और क्षेत्रीय मुद्दों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में त्रिपक्षीय सहयोग की तलाश की प्रक्रिया में प्रारंभिक कदम के रूप में, प्रथम वार्ता का ध्यान रूसी सुदूर पूर्व में आर्थिक अवसरों पर अपने-अपने दृष्टिकोण पर तीनों पक्षों के बीच विचारों और सूचनाओं के आदान-प्रदान और त्रिपक्षीय सहयोग के संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करने पर केंद्रित था।
3. भारत, जापान और रूस के बीच क्षमताओं और हितों के अभिसरण की पूरकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रतिभागियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की परस्पर हितों के लिए रूसी सुदूर पूर्व में आर्थिक अवसरों के दोहन के लिए त्रिपक्षीय ढांचे को बढ़ावा देना तीन देशों के साझा हित में है। इस संबंध में प्रतिभागियों ने, ऊर्जा, कोयला खनन, परिवहन और लॉजिस्टिक, समुद्री संयोजकता, हीरा प्रोसेसिंग, कृषि-उद्योग, वानिकी, फार्मा, हेल्थकेयर, उच्च प्रौद्योगिकी, वैज्ञानिक अनुसंधान, क्षमता निर्माण, पर्यटन, मानवीय क्षेत्रों को त्रिपक्षीय सहयोग के संभावित क्षेत्रों के रूप में चिन्हित किया। चिन्हित क्षेत्रों में त्रिपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए हितधारक परामर्श के माध्यम से व्यवहार्यता अध्ययन करने का प्रस्ताव किया गया।
4. प्रतिभागियों ने आर्कटिक में तीन देशों के बीच बढ़ते संबंधों का स्वागत किया, जो रूसी सुदूर पूर्व के साथ क्षेत्रीय विकास की अंतर-संबद्ध प्रकृति को मान्यता देते हैं। निवेश और व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के माध्यम से आर्कटिक और उत्तरी समुद्री मार्ग के विकास में त्रिपक्षीय साझेदारी की क्षमता का पता लगाने का सुझाव दिया गया।
5. प्रतिभागियों ने रूसी सुदूर पूर्व पर विशेष ध्यान देते हुए लोगों से लोगों के बीच परस्पर संपर्कों को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित किया। इस संबंध में, तीनों देशों के बीच विशेष रूप से अनुसंधान और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में लोगों के आदान-प्रदान को सुगम बनाने के लिए संबंधित उपाय करने का सुझाव दिया गया है।
6. रूसी सुदूर पूर्व में तीन देशों के बीच रुचि के बढ़ते अभिसरण को मानते हुए प्रतिभागियों ने यह विचार साझा किया कि वार्ता अपने आप में त्रिपक्षीय सहयोग का एक महत्वपूर्ण आयाम है और इसे वार्षिक कार्यक्रम बनाकर ट्रैक II संवाद तंत्र को सुदृढ़ करने पर सहमति बनी।
7. तीनों पक्षों ने यह विचार साझा किया कि त्रिपक्षीय सहयोग के लिए क्षेत्रों और ठोस परियोजनाओं को चिन्हित करने के लिए भारत, जापान और रूस के व्यापारिक भागीदारी अनिवार्य है। इस विचार को ध्यान में रखते हुए, तीनों पक्ष प्रत्येक पक्ष से जिम्मेदार प्रतिनिधियों को नियुक्त करने पर सहमत हुए ताकि त्रिपक्षीय व्यापार संवादों के उचित प्रारूपों का पता लगाना जारी रखा जा सके, जिसमें 2021 में पूर्वी आर्थिक मंच के अवसर पर त्रिपक्षीय व्यापार परामर्श आयोजित करने की संभावनाएं शामिल हैं।
8. जापानी और रूसी प्रतिनिधियों ने इस ट्रैक-II वार्ता की मेजबानी में आईसीडब्ल्यूए द्वारा किए गए प्रयासों का स्वागत किया और कहा कि वे पारस्परिक रूप से सुविधाजनक समय पर आगामी वार्ता के लिए तत्पर हैं।
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