प्रस्तावना
5 जुलाई को मसूद पेज़ेशकियन और सईद जलीली के बीच हुए चुनावों में मसूद पेज़ेशकियन को इस्लामी गणराज्य ईरान का नौवां राष्ट्रपति चुना गया था, ऐसे में आने वाले समय में ईरान में होने वाले बदलावों और निरंतरता का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है।[i] अपने चुनाव अभियान के वादों तथा राजनीतिक पृष्ठभूमि के आधार पर ईरान की घरेलू व विदेश नीति को लेकर पेज़ेशकियन की योजनाओं को देखना काफी दिलचस्प होने वाला है। उन्होंने सुधारवादियों का प्रतिनिधित्व किया, जबकि सईद जलीली को कट्टरपंथियों का समर्थन प्राप्त था। ईरानी संसद और विभिन्न अन्य प्रशासनिक विभागों में कट्टरपंथियों व रूढ़िवादी लोगों की अधिक संख्या की वजह से पेज़ेशकियन की चुनौतियों को देखते हुए, उनका प्रशासन के सुचारू होने की उम्मीद कम ही है। चुनाव अभियानों के दौरान और अन्यथा भी, सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने पूर्व राष्ट्रपति रईसी की नीतियों की सराहना की और एक अन्य उम्मीदवार मोहम्मद बाघेर ग़ालिबफ़ जैसे कट्टरपंथियों की भी सराहना की, जिससे उनके प्रति उनके मजबूत समर्थन का पता चलता है। पेज़ेशकियन का प्रशासन कैसा होगा, इसको लेकर बहुत सारी अटकलें लगाई जा रही हैं, और उनकी भविष्य की नीतियों को समझने के लिए, उनके व्यक्तित्व तथा पृष्ठभूमि को गहराई से समझना ज़रूरी है। इसके अलावा, उनके चुनावी वादों को समझने से निकट भविष्य में उनकी नीतियों को जानने में भी मदद मिलेगी।
पेज़ेशकियन का व्यक्तित्व और पृष्ठभूमि
29 सितंबर, 1954 को पश्चिम अजरबैजान प्रांत के महाबाद में जन्मे मसूद पेज़ेशकियन ने ईरानी राजनीति में खास तौर पर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काफी सराहनीय काम किया है। उन्होंने 1973 में सैन्य सेवा से अपना करियर शुरू किया और सिस्तान व बलूचिस्तान प्रांत के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में स्थित ज़ाबोल में तैनात थे। उन्होंने 1975 में अपनी सैन्य सेवा पूरी की और उसके बाद प्रायोगिक विज्ञान में डिप्लोमा किया। तबरीज़ यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज में अपनी पढ़ाई के दौरान, पेज़ेशकियन छात्रों को ईरानी क्रांति से जोड़ने में कामयाब रहें। इससे उदारवादी सुधारों के प्रति उनके झुकाव का पता चलता है। ईरान-इराक युद्ध के दौरान, पेज़ेशकियन ने एक सैनिक और एक डॉक्टर के रूप में सेवा करते हुए खतरनाक क्षेत्रों में चिकित्सा टीमों का नेतृत्व किया। उन्होंने अग्रिम पंक्ति में तैनात घायल सैनिकों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं दीं। इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान पेज़ेशकियन के समर्पण और सेवा ने उनके भविष्य के मार्ग को आकार दिया और मानवीय कार्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता मजबूत हुई।[ii]
2001 से 2005 तक स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने ईरान में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को नई गति देने, महत्वपूर्ण सुधार करने और देश भर में चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई। अनुभवी राजनेता, पेज़ेशकियन को 8वीं, 9वीं, 10वीं और 11वीं संसदों में चुना गया, जो एक कानून निर्माता के रूप में उनकी प्रसिद्धि और प्रभाव को दिखाता है। उनके नेतृत्व संबंधी खूबियों को तब पहचान मिली जब उन्हें 2016 से 2020 तक संसद का पहला उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। [iii] अपने पूरे राजनीतिक जीवन में, पेज़ेशकियन ने ईरान की राजनीतिक व्यवस्था की बाधाओं के साथ अपनी सुधारवादी महत्वाकांक्षाओं को संतुलित करने की कोशिश की है। ईरान के राजनीतिक परिदृश्य की जटिलताओं से निपटते हुए स्वास्थ्य सेवा सुधार और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उनके जन सेवा के कार्यों का केंद्र रही है।
पेज़ेशकियन का राजनीतिक रिकॉर्ड भ्रष्टाचार तथा भाई-भतीजावाद के विवाद से अछूता है, जिसका आरोप इस्लामिक गणराज्य के कई नेताओं पर लगता रहा है। अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाने वाले पेज़ेशकियन ने कई सरकारी खामियों को उजागर किया है। 2009 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद, जिसमें काफी विवाद और अशांति पैदा हुई थी, उन्होंने प्रदर्शनकारियों के प्रति सरकार की प्रतिक्रिया को लेकर चिंता व्यक्त की थी। अपनी टिप्पणियों की वजह से उन्हें संसद के कुछ रूढ़िवादी सदस्यों की आलोचना का सामना करना पड़ा। पेज़ेशकियन ने 2018 के प्रदर्शनों को संभालने के ईरान के नज़रिए की आलोचना करते हुए इसे "वैज्ञानिक एवं बौद्धिक रूप से गलत" बताया था। उन्होंने ऐसी घटनाओं के लिए देश की व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि "ईरानी सरकार को इसे बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए था।"[iv] इसके अलावा, उन्होंने सितंबर 2022 में पुलिस हिरासत मरने वाली कुर्द महिला महसा अमिनी की मौत की कड़ी निंदा की, ऐसी घटना जिससे देश भर में "महिला, जीवन, स्वतंत्रता" की रैलियां निकलना शुरु हो गईं। इस घटना के बाद उनका सुधारवादी रुख और भी जाहिर हो गया, उन्होंने इसकी निंदा करते हुए कहा, “इस्लामिक रिपब्लिक में हिजाब के लिए किसी लड़की को गिरफ्तार करना और फिर उसके शव को उसके परिवार को सौंपना अस्वीकार्य है।” इसके बाद, उन्हें 2021 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान गार्जियन काउंसिल द्वारा खारिज कर दिया गया और 2023 में संसदीय चुनावों के लिए आंतरिक मंत्रालय द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया गया।
पेज़ेशकियन का चुनाव अभियान
मसूद पेज़ेशकियन ने अपने अभियान की शुरुआत "फॉर ईरान" नारे के साथ की, जिसमें उन्होंने अनुभवी एवं जानकार व्यक्तियों को काम पर रखने के महत्व पर जोर दिया। उनके अभियान से आर्थिक और सामाजिक सुधारों की उनकी योजनाएं सामने आईं, जिनका उद्देश्य ईरानी लोगों की जरूरतों को पूरा करना था।[v] अपने अभियान में, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकारी अधिकारियों को चुनने में योग्यता, कौशल व अनुभव को राजनीतिक संबद्धता से अधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने नैतिक मानकों के संदर्भ में अपने वादों को पूरा करने के महत्व पर प्रकाश डाला, लोगों के प्रति सम्मान दिखाने, उनकी आवाज़ सुनने और न्याय व धार्मिकता के सिद्धांतों पर आधारित कार्यों की वकालत करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने देश की विदेश नीति के मार्गदर्शक सिद्धांत "नाइदर ईस्ट नॉर वेस्ट" को दोहराया, अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में राष्ट्रीय हितों को आगे रखने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।[vi] तदनुसार, उन्होंने देश के विकास के लिए पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को प्राथमिकता देने और वैश्विक संबंधों को बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने व्यापार व जुड़ाव को बढ़ाने के लिए विदेश नीति विकल्पों में विविधता लाने की जरुरत पर प्रकाश डाला, जिसका उद्देश्य अधिक लचीली एवं समृद्ध अर्थव्यवस्था बनाना है। इस तरह, उन्होंने ईरान की बढ़ती अर्थव्यवस्था पर प्रतिबंधों के प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा, "इतिहास में कोई भी सरकार पिंजरे के अंदर बढ़ नहीं सही है।"[vii]
रनऑफ चुनावों की बहस के दौरान, पेज़ेशकियन ने प्रस्ताव रखा कि कुछ अर्थशास्त्रियों को अपने विचार रखने और आगे का खाका तैयार करने के लिए एक साथ आना चाहिए। उन्होंने आवास प्रतिबंधों को लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की, स्थिरता बनाए रखने हेतु शेयर बाजार के मूल्य निर्धारण में सरकार के कम हस्तक्षेप की आवश्यकता पर बल दिया और आवास को किफायती बनाए रखने के लिए मुद्रास्फीति के साथ वेतन वृद्धि का सामंजस्य बनाने के प्रस्ताव प्रस्तुत किए। उन्होंने शहरों में बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की आवश्यकता पर भी जोर दिया।[viii] इसी बहस में, उन्होंने स्थानीय प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने हेतु कार आयात को उदार बनाने की वकालत की और भ्रष्टाचार का मुकाबला करने, अर्थव्यवस्था को पारदर्शी बनाने तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि आर्थिक संरचनात्मक सुधारों और निवेश के अच्छे माहौल के ज़रिए, रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते हैं और बेरोजगारी कम हो सकती है, और उन्होंने लगभग 40% की वर्तमान मुद्रास्फीति दर से निपटने का संकल्प लिया है। भावी राष्ट्रपति के रूप में, उन्होंने ईरान की 200 बिलियन डॉलर के विदेशी निवेश को आकर्षित करने की क्षमता को रेखांकित किया, इस आर्थिक क्षमता को हासिल करने के लिए बेहतर अंतरराष्ट्रीय संबंधों की आवश्यकता पर बल दिया - विशेष रूप से पश्चिम के साथ, जहां संबंध अभी पहले की तुलना में सबसे कम हैं।[ix] अपने अभियान के दौरान, वे हिजाब के नियमों व विनियमों का उल्लंघन करने वाली ईरानी महिलाओं के सरकार के दमन के सख्त खिलाफ थे। इसलिए उन्होंने सामाजिक न्याय, अधिकारों की समानता एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्वतंत्रता सहित और अधिक स्वतंत्रता का वादा किया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि इन वादों को पूरा करते समय, उन्हें ईरानी संसद के अंदर कट्टरपंथियों एवं रूढ़िवादियों से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
पेज़ेशकियन के अभियान का एक बड़ा पहलू यह था कि उन्होंने विदेश मंत्रालय का नेतृत्व करने हेतु संभावित उम्मीदवार के रूप में जावेद ज़रीफ़ की घोषणा की। इस कदम ने ईरान के कूटनीतिक प्रयासों में अनुभवी नेतृत्व एवं निरंतरता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का पता चलता है। पेज़ेशकियन ने यह भी घोषणा की कि वे श्री ज़रीफ़ को चुनेंगे, जिन्होंने रईसी के पूर्ववर्ती हसन रूहानी के साथ मिलकर 2015 की संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) को अंतिम रूप देने का काम किया था, जो दर्शाता है कि उनकी सरकार उस परमाणु समझौते को फिर से चर्चा में लाना चाहती है।[x] अपने पूरे अभियान के दौरान, पेज़ेशकियन इस्लामिक गणराज्य के कानूनी ढांचे और अयातुल्ला सैय्यद अली ख़ामेनेई द्वारा बनाई गई नीतियों का पालन करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहे। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि उनका प्रशासन न्याय, सम्मान एवं राष्ट्रीय हितों के सिद्धांतों द्वारा चलेगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी कार्य देश के दीर्घकालिक लक्ष्यों एवं मूल्यों के अनुरूप हों। उनके बहुमुखी करियर और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें ईरानी राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति बना दिया है और 2024 में राष्ट्रपति पद का अभियान सुधार और प्रगति के प्रति उनकी स्थायी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसका लक्ष्य अधिक एकजुट, सक्षम एवं समृद्ध ईरान का सृजन करना है।
नई सरकार से क्या उम्मीदें हैं?
अन्य देशों के साथ मजबूत संबंध
मसूद पेज़ेशकियन इस क्षेत्र को ‘तर्क की शक्ति’ के आधार पर मजबूत बनाना चाहते हैं, न कि ‘शक्ति के तर्क’ के आधार पर। तदनुसार, नई सरकार एक देश के प्रभुत्व वाले क्षेत्र के बजाय ‘मजबूत क्षेत्र’ की वकालत कर सकता है।[xi] उन्होंने रूस, तुर्की, सऊदी अरब, मलेशिया और उज्बेकिस्तान सहित कई देशों के नेताओं से टेलीफोन पर बातचीत की है, जिसमें उनके साथ संबंधों को मजबूत करने और सुधारने की बात कही गई है। नए प्रशासन का एक बड़ा उद्देश्य ईरान की अनूठी भौगोलिक स्थिति के कारण व्यापार हेतु विभिन्न देशों को जोड़ना है।[xii] ईरान की नई सरकार से अपनी “लुक ईस्ट” नीति के तहत रूस, चीन और भारत के साथ संबंधों को मजबूत करना जारी रखने की उम्मीद है। पेज़ेशकियन के हालिया भाषण में, जेसीपीओए समझौते से पीछे हटने के लिए यूएसए तथा पश्चिमी देशों की आलोचना करते हुए, उन्होंने कठिन समय में भी ईरान के साथ खड़े रहने हेतु रूस और चीन की प्रशंसा की।[xiii] चीन ने हाल ही में गाजा स्थित फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास और वेस्ट बैंक आधारित आंदोलन फतह के वरिष्ठ अधिकारियों की मेजबानी करने की इच्छा व्यक्त करके इस संबंध को बढ़ाया है।[xiv] हम व्यापार और कूटनीति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ईरान तथा उसके अरब पड़ोसियों के बीच बेहतर संबंधों की भी उम्मीद कर सकते हैं।[xv] इसके अलावा, सऊदी अरब के साथ सहयोग नई सरकार के उद्देश्यों को आगे बढ़ा सकता है।
मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना और ईरानी रियाल को मजबूत करना
चुनावी बहसों के दौरान, पेज़ेशकियन ने बार-बार प्रतिबंधों को हटाने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है, लोगों को किफायती आवास उपलब्ध कराने हेतु मुद्रास्फीति के अनुरूप वेतन समायोजित करने की योजनाएँ पेश की हैं। उन्होंने शहरी भीड़भाड़ को कम करने के लिए ग्रामीण विकास के महत्व को भी रेखांकित किया, मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में निर्यात की भूमिका की ओर इशारा किया और सेवानिवृत्त लोगों के लिए मुफ़्त स्वास्थ्य सेवा एवं मुद्रास्फीति-समायोजित वेतन देने की पहल का प्रस्ताव रखा है। साथ ही, ईरान मुद्रास्फीति को कम करने और अपनी मुद्रा के मूल्य को बढ़ाने हेतु अपनी नीतियों को लागू करने के कई तरीके अपना सकता है। सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान (सीबीआई) ने मुद्रास्फीति को प्रबंधित करने हेतु कभी-कभी ब्याज दरों को समायोजित करने का काम किया है। हालाँकि इन उपायों से कुछ समय के लिए ही सफलता मिली है, लेकिन लगातार बढ़ते आर्थिक मुद्दों एवं बाहरी दबावों से उनका दीर्घकालीन प्रभाव कम रहा है। 2010 में, राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के दौरान एक उल्लेखनीय राजकोषीय नीति उपाय पेश किया गया था, जिसमें एक पर्याप्त सब्सिडी सुधार योजना शामिल थी, और अल्पावधि में इस से राजकोषीय घाटा कम हुआ और मुद्रास्फीति नियंत्रित हुई। संरचनात्मक सुधारों ने अवसंरचना और तकनीकी में निवेश के माध्यम से उत्पादकता में सुधार को भी लक्षित किया है। उदाहरण के लिए, राष्ट्रपति हसन रूहानी के प्रशासन के दौरान, तेल व गैस क्षेत्र में अवसंरचना और तकनीकी को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया गया था। इन निवेशों से उत्पादकता एवं आर्थिक विकास बढ़ा, हालांकि व्यापक संरचनात्मक चुनौतियाँ बनी हुई हैं। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि राष्ट्रपति रूहानी के दौरान 2015 में संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) समझौते ने व्यापार संबंधों में काफी सुधार किया, कुछ प्रतिबंधों को हटाने से अस्थायी रूप से व्यापार एवं आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिला, जिससे कीमतें स्थिर हुईं और मुद्रास्फीति नियंत्रित हुई। हालांकि, 2018 में प्रतिबंधों को फिर से लागू करने से इनमें से कई फायदें खत्म हो गए। आर्थिक रूप से, पेज़ेशकियन चाहते हैं कि ईरान कूटनीति एवं बातचीत के माध्यम से अपनी अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए खोले और उन्होंने कहा है कि ईरान में विदेशी निवेश आकर्षित करने की क्षमता बहुत बड़ी है और इसलिए वह तकनीकी हस्तांतरण को भी आसान बना सकता है जिससे ईरान के भीतर नवोन्मेष और विकास को बढ़ावा मिलेगा।
वैश्विक दक्षिण और बहुपक्षवाद पर अधिक ध्यान
नए प्रशासन से शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और ब्रिक्स जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में हिस्सा लेकर वैश्विक दक्षिण पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है। हाल ही में, एक टेलीफोनिक बातचीत में, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पेज़ेशकियन ने अक्टूबर में रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रूस में व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर हस्ताक्षर करने पर सहमति व्यक्त की।[xvi] इसके अलावा, ईरानी संसद के आंतरिक मामलों एवं परिषद आयोग के सदस्य रूहोल्लाह मौसवी ने रूस में ब्रिक्स संसदीय मंच की अपनी यात्रा के दौरान एक आईआरएनए साक्षात्कार में कहा कि ईरान बैंकिंग और व्यापार सेवाओं के बदले में ब्रिक्स देशों को तेल एवं गैस बेच सकता है।[xvii] बहुपक्षवाद पर भी, ईरान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बाघेरी कानी ने जोर देकर कहा कि इस्लामी गणराज्य ईरान के निर्वाचित राष्ट्रपति का नया दृष्टिकोण तथा विदेश नीति बहुपक्षवाद को मजबूत करने पर केंद्रित है, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय कानून के उद्देश्यों व सिद्धांतों के साथ संरेखित है। “न्यायसंगत, लोकतांत्रिक एवं टिकाऊ विश्व व्यवस्था के हित में बहुपक्षीय सहयोग” पर सुरक्षा परिषद की उच्च-स्तरीय मंत्रिस्तरीय बैठक में अपने बयान में, बाघेरी कानी ने एक ऐसी विदेश नीति के प्रति प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला जो बहुत अधिक बहुपक्षीय जुड़ाव को बढ़ावा देती हो।[xviii]
नहीं बदलेगा फिलिस्तीन और इजरायल पर ईरान का रुख
पेज़ेशकियन ने पिछली सरकारों जैसा ही रुख अपनाया है, उन्होंने फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर कब्जा करने और फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करने हेतु इजरायल की निंदा की है। वह परमाणु-सशस्त्र इजरायल को ईरान के लिए एक बड़ा खतरा मानते हैं। हाल ही में, हिजबुल्लाह और सहयोगी समूहों के संदर्भ में, पेज़ेशकियन ने कहा: "प्रतिरोध का समर्थन इस्लामी गणराज्य ईरान की मौलिक नीतियों में निहित है।"[xix] इसलिए, ऐसा लगता है कि फिलिस्तीन और क्षेत्र के अन्य प्रतिरोध समूहों पर ईरान का रुख भविष्य में नहीं बदलेगा। तदनुसार, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, नासिर कनानी ने हाल ही में दोहराया कि फिलिस्तीन के सभी मुस्लिम, यहूदी और ईसाई नागरिकों को शामिल करते हुए एक व्यापक जनमत संग्रह फिलिस्तीनी मुद्दे का सबसे सही है।
पश्चिम के साथ संबंधों में सुधार
ईरान के अलग-थलग की स्थिति को बदलने के लिए पश्चिम के साथ संबंधों में सुधार और 2015 के परमाणु समझौते को फिर से लागू करना महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं जिनपर पेज़ेशकियन अपने राष्ट्रपति पद के दौरान आगे बढ़ सकते हैं। नवंबर में होने वाले यूएसए चुनावों तक अनिश्चितता बनी रह सकती है। इस बीच, मौजूदा अमेरिकी प्रशासन ने किसी भी परमाणु वार्ता को फिर से शुरू करने में कोई इच्छा नहीं दिखाई है। नई ईरानी सरकार को अपने सहयोगियों और पश्चिम के बीच एक संतुलन बनाए रखना पड़ सकता है, क्योंकि कट्टरपंथियों ने पहले ही कहा है कि ईरान के लिए हानिकारक किसी भी समझौते को खारिज कर दिया जाना चाहिए। ये प्रयास आर्थिक प्रतिबंधों को कम करने और ईरान को वैश्विक समुदाय में पूरी तरह से एकीकृत करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
ईरान में मानवाधिकार
पेज़ेशकियन मानवाधिकारों को लेकर प्रतिबद्ध हैं, जिसमें महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार में सुधार पर विशेष ध्यान दिया गया है, और वे ईरानी संविधान के अनुच्छेद 15 के कार्यान्वयन का भी समर्थन करते हैं, जो स्थानीय व जातीय भाषाओं के उपयोग और शिक्षण को बढ़ावा देता है। नई सरकार विभिन्न सोशल मीडिया वेबसाइटों पर प्रतिबंधों में भी ढील दे सकती है।[xx] हालांकि, इन प्रस्तावित सुधारों का उद्देश्य अधिक समावेशी और मानवीय समाज को बढ़ावा देना है, लेकिन इनपर ईरानी संसद के भीतर रूढ़िवादी तत्वों से प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। अपने सुधारों को लागू करने हेतु पेज़ेशकियन को व्यापक समर्थन हासिल करने की आवश्यकता होगी, जिसकी तुलना खतामी द्वारा अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में रूढ़िवादी-प्रभुत्व वाली संसद के साथ संघर्ष करने से की जा सकती है। फिर भी, उनके नेतृत्व में, सामाजिक एवं मानवाधिकार सुधारों में प्रगति की उम्मीद है। सामाजिक और नागरिक सुधारों में, नई सरकार ईरान की कुछ अधिक कठोर सामाजिक नीतियों में ढील दे सकती है, जिसमें अनिवार्य हिजाब कानून के प्रवर्तन हेतु कम कड़ा दृष्टिकोण की वकालत करना शामिल है। पेज़ेशकियन ने पुलिस के सख्त ड्रेस कोड प्रवर्तन से जनता के असंतोष का जवाब देते हुए सामाजिक शासन के कम दमनकारी रूप को लागू करने की इच्छा व्यक्त की है। सईद जलीली के साथ एक बहस में, उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन नैतिकता पुलिस की कार्रवाइयों को संबोधित करने और उनका मुकाबला करने हेतु उपाय करेगा।
निष्कर्ष
ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में मसूद पेज़ेशकियन का जीतना काफी महत्वपूर्ण है, और उनके चुनाव से ईरान की घरेलू व विदेश नीति की प्राथमिकताओं, तरीकों और रणनीति में कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं। हालाँकि, यथास्थिति में कोई बड़ा बदलाव अपेक्षित नहीं है। ईरान के रणनीतिक निर्णयों को प्रभावित करने वाले मुख्य सिद्धांत, विशेष रूप से अमेरिका और इज़राइल के संबंध में, सर्वोच्च नेता एवं रिवोल्यूशनरी गार्ड जैसे प्रभावशाली घटकों द्वारा स्थापित ढांचे को मजबूत करना है। सर्वोच्च नेता ने पूर्व राष्ट्रपति रईसी के गुणों एवं विदेश नीतियों की प्रशंसा की है, इसलिए उन नीतियों को जारी रखने का समर्थन दे सकते हैं।[xxi] ईरानी राजनीति की जटिल गतिशीलता से पेज़ेशकियन को अपने विजन को साकार करने में चुनौती मिलेगी, जहाँ कट्टरपंथियों के पास संसद और समाज में बहुत अधिक शक्ति है और जहाँ सर्वोच्च नेता, अयातुल्ला अली खामेनेई के पास सबसे बड़ी शक्ति है।
हालांकि, सर्वोच्च नेता का पद संवैधानिक रूप से ईरान में सबसे शक्तिशाली है, राष्ट्रपति पद को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। 1989 से ईरान में पाँच अलग-अलग राष्ट्रपति हुए हैं, और सर्वोच्च नेता के अंतिम अधिकार के बावजूद, प्रत्येक राष्ट्रपति के कार्यकाल में अलग-अलग नीतिगत दृष्टिकोण देखे गए हैं। उदाहरण के लिए, ईरान की विदेश नीति में अहमदीनेजाद का पश्चिम के साथ टकराव वाला रुख देखने को मिला, उसके बाद रूहानी की जुड़ाव नीति सामने आई, जिसके कारण 2015 में जेसीपीओए समझौता हुआ। इसके बाद राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के नेतृत्व में फिर से सख्त रुख अपनाया गया, जिन्होंने 2021 में पदभार संभाला।[xxii] इसलिए, हालाँकि सर्वोच्च नेता का राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर निर्णय अंतिम होता है, लेकिन राष्ट्रपति इसपर अपना प्रभाव डाल सकते हैं कि इन उद्देश्यों को कैसे पूरा किया जाए।
इस संदर्भ में, पेज़ेशकियन प्रशासन सुधारों और जटिल राजनीतिक परिदृश्य के बीच संतुलन बनाने पर केंद्रित हो सकता है। खातमी के प्रशासन में उनका उदारवादी रुख और पिछला अनुभव उन्हें सुधारवादियों और उदारवादी रूढ़िवादियों दोनों को अपनी ओर खींचने में मदद कर सकता है। फिर भी, कट्टरपंथियों का अधिक प्रभाव और सर्वोच्च नेता के व्यापक अधिकार से तय होगा कि पेज़ेशकियन अपनी नीतियों को किस हद तक लागू कर पाते हैं।
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*कुशाग्र कुशवाहा, भारतीय वैश्विक परिषद, नई दिल्ली में शोध प्रशिक्षु हैं।
अस्वीकरण : यहां व्यक्त किए गए विचार निजी हैं।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
अंत टिप्पण
[i] “Pezeshkian wins Iranian Presidential election,” Iranian Students News Agency, July 6, 2024, https://en.isna.ir/news/1403041610857/Pezeshkian-wins-Iranian-Presidential-election.
[ii] “Who Is Masoud Pezeshkian?,” Tehran Times, July 6, 2024, https://www.tehrantimes.com/news/500804/Who-is-Masoud-Pezeshkian.
[iii] PressTV, “Profile: Masoud Pezeshkian, the President-elect of the Islamic Republic of Iran,” July 6, 2024, https://www.presstv.ir/Detail/2024/07/06/728797/profile-masoud-pezeshkian-president-elect-islamic-republic-iran.
[iv] Etv Bharat, “Dr Masoud Pezeshkian: Can New Iran President Deliver on His Reformist Agenda?,” ETV Bharat News, July 7, 2024, https://www.etvbharat.com/en/!international/dr-masoud-pezeshkian-can-new-iran-president-deliver-on-his-reformist-agenda-enn24070603975.
[v] PressTV, “Profile: Masoud Pezeshkian, the President-elect of the Islamic Republic of Iran,” July 6, 2024, https://www.presstv.ir/Detail/2024/07/06/728797/profile-masoud-pezeshkian-president-elect-islamic-republic-iran.
[vi] Nairobi Kenya, “Profile: Masoud Pezeshkian, the president-elect of the Islamic Republic of Iran,” https://en.icro.ir/, July 7, 2024, https://en.icro.ir/Nairobi-News/Profile:-Masoud-Pezeshkian,-the-president%E2%80%93elect-of-the-Islamic-Republic-of-Iran.
[vii] Ap, “Iran’s Presidential Candidates Discuss Economic Sanctions and Nuclear Deal Ahead of July 5 Runoff,” Arab News, July 3, 2024, https://www.arabnews.com/node/2542471/middle-east.
[viii] PressTV, “Analysis: How Presidential Hopefuls Outlined Economic Blueprints in Final Runoff Debate,” July 3, 2024, https://www.presstv.ir/Detail/2024/07/03/728603/analysis-how-presidential-hopefuls-outlined-economic-blueprints-final-runoff-debate.
[ix] “Iran 2024: Reformer Pezeshkian on the Path to Reforms?,” n.d., https://www.ifimes.org/en/researches/iran-2024-reformer-pezeshkian-on-the-path-to-reforms/5364.
[x] Joaquin Matamis, “Influential Reformists Coalesce Around Pezeshkian for Iran Presidential Candidate,” Stimson Center, June 12, 2024, https://www.stimson.org/2024/influential-reformists-coalesce-around-pezeshkian-for-iran-presidential-candidate/.
[xi] Mehr News Agency, “Pezeshkian Says Ready for Constructive Dialog With Arab World,” Mehr News Agency, July 11, 2024, https://en.mehrnews.com/news/217682/Pezeshkian-says-ready-for-constructive-dialog-with-Arab-world.
[xii] “Russia Sends First Coal Cargo to India via Iranian Railway,” n.d., https://en.otaghiranonline.ir/news/45578#:~:text=Russia%20plans%20coal%20exports%20to%20India%20via%20Iran's%20railways&text=10%20June%202024-,Russia%20has%20for%20the%20first%20time%20sent%20two%20trains%20laden,by%20Russia's%20national%20railway%20company.
[xiii] Amir Vahdat, “Iran’s New President Vows Balance With All Countries but Warns US His Country Won’t Be Pressured | AP News,” AP News, July 13, 2024, https://apnews.com/article/irans-president-relations-eu-us-russia-china-6a89f9db08985385dbf108ef98b9ed01.
[xiv] Mehr News Agency, “China to Host Hamas, Fatah to Resolve Their Differences,” Mehr News Agency, July 16, 2024, https://en.mehrnews.com/news/217908/China-to-host-Hamas-Fatah-to-resolve-their-differences.
[xv] Tasnim News Agency, “Constructive Dialogue for Regional Cooperation Sole Way to Meet Challenges: Pezeshkian,” Tasnim News Agency, July 11, 2024, https://www.tasnimnews.com/en/news/2024/07/11/3120425/constructive-dialogue-for-regional-cooperation-sole-way-to-meet-challenges-pezeshkian.
[xvi] Tass, “Iran Ready to Sign Strategic Pact With Russia at BRICS Summit in Kazan — President,” TASS, July 9, 2024, https://tass.com/world/1814573.
[xvii] “‘Iran Ready to Meet BRICS Energy Demands,’” Tehran Times, July 17, 2024, https://www.tehrantimes.com/news/501197/Iran-ready-to-meet-BRICS-energy-demands#:~:text=TEHRAN%20%2D%20A%20senior%20Iranian%20lawmaker,growing%20energy%20demands%2C%20IRNA%20reported.
[xviii] KhabarOnline News Agency, “Acting FM: Iran’s New Gov’t Foreign Policy Based on Strengthening Multilateralism,” KhabarOnline, July 16, 2024, https://english.khabaronline.ir/news/197968/Acting-FM-Iran-s-new-gov-t-foreign-policy-based-on-strengthening.
[xix] “Iran president-elect reiterates support for Hezbollah,” Naharnet, July 9, 2024, https://www.naharnet.com/stories/en/306420.
[xx] Ahmet Furkan Ozyakar, “Can Masoud Pezeshkian Transform Iran'S Domestic and Foreign Policy?,” Can Masoud Pezeshkian Transform Iran’s Domestic and Foreign Policy?, July 9, 2024, https://www.trtworld.com/opinion/can-masoud-pezeshkian-transform-irans-domestic-and-foreign-policy-18181855.
[xxi] Marzieh Rahmani, “Raeisi’s Characteristics Role Model for Managing Country,” Mehr News Agency, July 7, 2024, https://en.mehrnews.com/news/217419/Leader-meets-outgoing-administration-officials.
[xxii] Harshit Sharma, “Masoud Pezeshkian and Why His Election Is a Face-Saver for Iran’S Islamic Rulers,” StratNews Global, July 10, 2024, https://stratnewsglobal.com/iran/masoud-pezeshkian-and-why-his-election-is-a-face-saver-for-irans-islamic-rulers/.