आईसीडब्ल्यूए अध्येता संकाय समूह में निदेशक (शोध) और अनेक अध्येता और शोध प्रशिक्षु शामिल हैं। वर्तमान में चौबीस अध्येता और दो शोध प्रशिक्षु हैं। परिषद के जनादेश के अनुसार, शोध कार्य, भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के अध्ययन कार्य को इस प्रकार संवर्धित करना है ताकि यह अंतरराष्ट्रीय मामलों पर संसूचित मंतव्य और अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों की एक निकाय बन सके।
अध्येता, नियमित आधार पर व्यू पॉइंट्स, ब्रीफ्स, पॉलिसी ब्रीफ्स और शोध लेख जारी करते रहते हैं जिन्हे आईसीडब्ल्यूए की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाता हैं। इसके अलावा, प्रमुख विदेश नीति मुद्दों का गहन विश्लेषण करने के प्रयोजन से प्रेरित किए गए विचार-विमर्श और चर्चा करने के लिए विशेष रिपोर्ट और सप्रू हाउस शोध-पत्र भी प्रकाशित किए जाते हैं। परिषद, भारत की विदेश नीति के विभिन्न पहलुओं पर शिक्षाविदों, विशेषज्ञों, अधिकारियों और नवोदित शोधकर्ताओं, परिषद के अध्येताओं द्वारा, परिषद के दिशानिर्देशों के अनुसार, लिखित पुस्तकें नियमित आधार पर प्रकाशित करती है।
आईसीडब्ल्यूए के अध्येता, भारत और विदेश दोनों में, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं, भारतीय और विदेशी विद्वानों की पत्र-पत्रिकाओं में शोध-पत्र प्रस्तुत करते हैं और कार्यशालाओं, व्याख्यानों और संगोष्ठियों में भाग लेते हैं।
उपरोक्त कार्यकलापों के परिणामस्वरूप, अकादमिक नेटवर्किंग, बहु-आयामी शोध में सामंजस्य को बढ़ावा मिला है और आईसीडब्ल्यूए की शोध क्षमता और रूपरेखा का विस्तार हुआ है।