अतीत में, एशियाई संबंध सम्मेलन मुख्य रूप से पारंपरिक विषयों और पारंपरिक सुरक्षा मुद्दों पर आयोजित किए गए थे =, लेकिन गैर-पारंपरिक सुरक्षा के बढ़ते महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसलिए, इस वर्ष के एशियाई संबंध सम्मेलन गैर पारंपरिक विषयों पर केंद्रित है और एशियाई देशों के पैनलिस्टों को इस पर चर्चा करने और अपनी राय व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में आठ से अधिक विदेशी शिक्षाविद और विदेश नीति विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
भारत के पूर्व विदेश सचिव, राजदूत शशांक मुख्य भाषण देंगे और श्री विनोद कुमार, अतिरिक्त सचिव (अंतर्राष्ट्रीय संगठन), भारत के विदेश मंत्रालय, विशेष टिप्पणी देंगे। निम्नलिखित विषयों पर पांच मुख्य सत्र होंगे : गैर पारंपरिक विषय-वस्तु : उद्विकासी संकल्पना; अर्थव्यवस्था की चुनौतियां, सार्वजनिक स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी ; असुरक्षा और हिंसा की चुनौतियां; एशियाई संबंधों में प्रौद्योगिकी और क्षेत्रीय समूह: अंतर्राष्ट्रीय अभिसरण की ओर। विस्तृत कार्यक्रम संलग्न है। साथ ही, राजदूत अमर नाथ राम द्वारा संपादित "इंडियाज एशिया-पैसिफिक एंगेजमेंट: इम्पल्स एंड इम्पीरेटिव्स" नामक पुस्तक का सम्मेलन के दौरान अनावरण किया जाएगा।
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