21वीं सदी में भारत-रूस ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त’ सामरिक भागीदारी
भाग I
(आर्थिक एवं ऊर्जा सहयोग)
डॉ. इंद्राणी तालुकदार*
भारत और रूस ने पिछले 71 वर्षों में अपने संबंधों को एक “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त” रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर ले जाने की दिशा में काम किया है। 2000 के बाद से होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन ने राजनीतिक तथा सामरिक सहयोग, सैन्य एवं सुरक्षा सहयोग, अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, उद्योग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आदि क्षेत्रों में सहयोग के व्यापक पहलुओं पर समग्र मूल्यांकन करने में मदद की है।1 19वां शिखर बैठक नई दिल्ली में अक्टूबर 2018 को आयोजित किया गया था जहां दोनों नेताओं, भारतीय प्रधानमंत्री (पीएम) नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लिया और साझेदारी को मजबूत करने के लिए भविष्य के अवसरों पर भी चर्चा की।
इस लेख का उद्देश्य दो विशिष्ट क्षेत्रों में की गई प्रगति की समीक्षा करना है, यानि 19वें वार्षिक शिखर सम्मेलन के संयुक्त वक्तव्य “भारत-रूस: बदलती दुनिया में एक स्थायी भागीदारी” पर आधारित द्विपक्षीय सहयोग के आर्थिक एवं ऊर्जा क्षेत्र।
प्राचीन तथा स्थापित रणनीतिक भागीदारों के बीच आर्थिक सहयोग का वर्तमान स्तर पूर्व के इष्टतम सहयोग से कही अधिक है
आर्थिक क्षेत्र में, जो द्विपक्षीय संबंधों के महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है, भारत तथा रूस सहयोग में अपनी मौजूद क्षमता का उपयोग करने से अभी काफी दूर हैं। दोनों देश इन खामियों को दूर करने तथा इस क्षेत्र का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, अब तक के घटनाक्रम असमान रहे हैं।
1“India-Russia: an Enduring Partnership in a Changing World”, Joint Statement: Ministry of External Affairs,
October 5, 2018. https://mea.gov.in/bilateral-
ber_05_2018, Accessed on August 4, 2019.
उदाहरण के लिए, 2010 में वार्षिक व्यापार का स्तर 8.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने के बाद, भारत और रूस को इस बात की उम्मीद थी और दोनों ने देशों ने सहमति व्यक्त की थी कि 2015 तक व्यापार का स्तर 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर2 को छू लेगा। लेकिन 2015-2016 में कुल कारोबार $6.17 बिलियन और 2016-2017 में $7.48 बिलियन ही रहा। हालांकि 2017-2018 में वार्षिक प्रक्षेपवक्र में ऊपर की ओर वृद्धि देखी गई थी, जिसमें वार्षिक व्यापार 11 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो 20 प्रतिशत3 की वृद्धि है। हालांकि, अगले वर्ष, 2018-2019 में, कारोबार कम हो गया और 8.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर4 रहा। व्यापार प्रवाह में असंगतता को देखते हुए 20255 तक 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य रखा गया है। दोनों देशों को व्यापार के स्तर के समग्र विकास में असंगतियों के पीछे के कारणों को दूर करना होगा। उन्हें विशेष 25 और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदार होने के बावजूद भारत6 के लिए शीर्ष 25 निर्यात स्थलों या आयातक स्रोतों में रूस के न होने के कारणों को भी जानना होगा।
भारतीय वाणिज्य विभाग के अनुसार, 2019 (अप्रैल-सितंबर) में भारत से रूस को निर्यात पिछले वर्ष 2018 (अप्रैल-सितंबर) के मुकाबले 21.87 प्रतिशत7 की वृद्धि के साथ 1.38 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। 2018 में (अप्रैल-सितंबर), भारत से निर्यात 1.13 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। 2018 (अप्रैल-सितंबर) में $2.7 बिलियन की तुलना में 2019 (अप्रैल-सितंबर) में रूस से भारत का आयात 3.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। यह 26.45 प्रतिशत8 की वृद्धि दर्शाता है। भारत के निर्यात का ग्राफ 2015 से ऊपर की ओर बढ़ता हुआ दिखता है:
2“India and Russia to Boost Trade up to $20 billion “, India Briefing, June 20, 2011. https://www.india-briefing.com/news/russia-india-boost-trade-us20-billion-4873.html/ Accessed on September 7, 2019.
3“Press statements following Russian-Indian talks”, President of Russia, September 4, 2019.
http://en.kremlin.ru/events/president/news/61442 Accessed on September 14, 2019.
4“India, Russia agree to step up trade to $30 bn by 2025”, Business Line, September 4, 2019. https://www.thehindubusinessline.com/economy/india-russia-agree-to-step-up-trade-to-30-bn-by-2025/article29332019.ece Accessed on November 15, 2019.
5“India-Russia Joint Statement during visit of Prime Minister to Vladivostok: Reaching New Heights of
Cooperation through Trust and Partnership”, Ministry of External Affairs, September 5, 2019.
https://www.mea.gov.in/bilateral-
documents.htm?dtl/31795/India__Russia_Joint_Statement_during_visit_of_Prime_Minister_to_Vladivostok
Accessed on November 15, 2019.
6Indian Trade Portal website. https://www.indiantradeportal.in/vs.jsp?lang=0&id=0,25,45,858,859 Accessed on September 15, 2019. However, in the field of pharmaceuticals, Russia features as one of the top 10 export destination country. In 2018-2019, it touched US$ 485.55 million in 2018-2019 whereas in 2017-2018, it was US$468.77 million and in 2016-2017, it stood at USD$383.46 million. “Export Products (Pharmaceuticals)”, Ministry of Commerce and Industry, 2019. https://commerce.gov.in/InnerContent.aspx?Id=506.
7“Export by Region x Countries”, System on Foreign Trade Performance Analysis (FTPA) Version 3.0, Department of Commerce, November 13, 2019. https://commerce-app.gov.in/ftpa/rgncnt.asp Accessed on November 13, 2019.
8“Import by Region x Countries”, System on Foreign Trade Performance Analysis (FTPA) Version 3.0, Department of Commerce, November 13, 2019. https://commerce-app.gov.in/ftpa/rgncnt.asp Accessed on November 13, 2019.
रूस से भारत का निर्यात
|
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
|
सितंबर) |
सितंबर) |
सितंबर) |
सितंबर) |
सितंबर) |
||
2015 |
|
2016 |
2017 |
2018 |
2019 |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
यूएस$75 |
यूएस$93.6 |
यूएस$1.03 |
यूएस$1.13 |
यूएस$1.38 |
|
|
मिलियन |
मिलियन |
बिलियन |
बिलियन |
बिलियन |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
स्रोत: विदेश व्यापार पर प्रदर्शन विश्लेषण प्रणाली (एफटीपीए), संस्करण 3.0, वाणिज्य विभाग9 |
|||||
|
|
|
|
|
||
|
|
|
रूस से भारत का आयात |
|
||
|
|
|
|
|
|
|
|
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
(अप्रैल- |
|
सितंबर) |
सितंबर) |
सितंबर) |
सितंबर) |
सितंबर) |
||
2015 |
|
2016 |
2017 |
2018 |
2019 |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
यूएस$2.4 |
यूएस$2.3 |
यूएस$4.2 |
यूएस$2.7 बिलियन |
यूएस$3.4 |
|
|
बिलियन |
बिलियन |
बिलियन |
|
बिलियन |
|
|
|
|
|
|
|
|
स्रोत: विदेश व्यापार पर प्रदर्शन विश्लेषण प्रणाली (एफटीपीए), संस्करण 3.0, वाणिज्य विभाग10
निवेश
विकास का एक अन्य क्षेत्र निवेश हो सकता है। रूस में भारतीय निवेश का अनुमान लगभग 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर है जिसमें वैंकॉर्नफ़ेट और टास-यूरख टैस क्षेत्र; इम्पीरियल ऊर्जा टॉम्स्क; सखालिन I; वोल्ज़स्की एब्स्रेसिव वर्क्स वोल्गोग्राड; और कॉमर्शियल इंडो बैंक शामिल हैं। भारत में रूसी निवेश कुल यूएस $16 बिलियन है, जिसमें ईएसएसएआर ऑयल लिमिटेड11, होसुर में कामज़ वेक्ट्रा; श्याम सिस्तेमा टेलीकॉम लिमिटेड, सबेरबैंक और वीटीबी का अधिग्रहण शामिल है।12 दोनों पक्षों ने 202513 तक एक दूसरे के देशों में निवेश का स्तर 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर (प्रत्येक तरह से) बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की थी। भारत में रूसी निवेश ज्यादातर ऊर्जा तथा रक्षा क्षेत्रों पर केंद्रित हैं, जिसमें बैंकिंग और ई-कॉमर्स सेट-अप जैसे फ्लिपकार्ट और ओला में छोटे निवेश भी हैं। सुदूर पूर्व में भारतीय $1 बिलियन की लाइन ऑफ क्रेडिट की सितंबर 2019 की घोषणा निवेश हेतु एक नया अवसर प्रदान करती है।14
9Department of Commerce, https://commerce-app.gov.in/ftpa/default.asp Accessed on November 13, 2019.
10Department of Commerce, https://commerce-app.gov.in/ftpa/default.asp Accessed on November 13, 2019.
11The deal included acquisition of Essar Oil Ltd., India‟s largest network of private petrol pumps, the country‟s second-largest refinery, a 1,000-MW power plant along with the Vadinar port and oil terminal. “Essar Oil completes $13 billion sale to Rosneft-led consortium in largest FDI deal”, Economic Times,
August 22, 2017. https://economictimes.indiatimes.com/markets/stocks/news/essar-oil-completes-sale-of-india-assets-to-rosneft-for-12-9-bn/articleshow/60154679.cms Accessed on November 15, 2019.
12Sberbank and VTB helps in financing energy and defence projects.
13“India-Russia Relations”, Ministry of External Affairs, August 2017.
https://mea.gov.in/Portal/ForeignRelation/Russia_August_2017.pdf, Accessed on September 28, 2019.
भारत और रूस के बीच आर्थिक सहयोग के नए क्षेत्र नवाचार तथा प्रौद्योगिकी15, डिजिटलकरण तथा बुनियादी ढांचा16, और वैकल्पिक एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र हो सकते हैं। द्विपक्षीय निवेश के अलावा, भारत और रूस संयुक्त रूप से अफगानिस्तान में कृषि व्यवसाय एवं नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश कर सकते हैं।
ऊर्जा और परमाणु सहयोग में है सबसे अधिक क्षमता
ऊर्जा क्षेत्र में, भारत और रूस का आपसी निवेश परिदृश्य अच्छा है। जैसा कि दर्शाया गया है, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस के क्षेत्र में 2016-17 के दौरान लगभग 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ एस्सार की वाडिनार रिफाइनरी में रूसी कंपनियों के नेतृत्व वाले एक संघ द्वारा एकल रुप से सबसे अधिक एफडीआई देखा है। वहीं, भारतीय केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सी.पी.एस.ई.) ने टास-युरख ऑयल फील्ड में 29.9 फीसदी और वानकोर्नेफ्ट में 49.9 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया।17 इन अधिग्रहणों ने अपने विदेशी विभागों में भारतीय सार्वजनिक उपक्रमों के लिए तेल और गैस क्षेत्रों में इक्विटी को बढ़ाया है।18
इंडियन भारतीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस सांख्यिकी रिपोर्ट 2017-2018 के अनुसार, रूस में दुनिया के कुल तेल भंडार का 106.2 हजार मिलियन बैरल है। इसकी तुलना में अमेरिका में 50 जबकि वेनेजुएला में 303.2 और कनाडा में 2017 में 168.9 हजार मिलियन बैरल हैं।19
14Apart from energy, India is investing in health, education, skill development, mining and timber. Elisabeth Roche, “India announces $1 billion line of credit to resource-rich Russian Far East”, The Mint, September 6, 2019. https://www.livemint.com/news/india/india-extends-1-billion-line-of-credit-for-development-of-russia-s-far-east-1567674855140.html Accessed on September 29, 2019. There are also talks between the two sides to invest in the space of fisheries and cold chain logistics. “Russian investors keen on Ladakh solar power project: Invest India”, Economic Times, September 6, 2019. https://economictimes.indiatimes.com/industry/energy/power/russian-investors-keen-on-ladakh-solar-power-project-invest-india/articleshow/71006305.cms?from=mdr Accessed on September 29, 2019.
15“Russia in M&A Report 2018”, KPMG, 2018, pg. 8,
25, 2019. India and Russia have been collaborating in the Indian Railway sector too. For further details please
refer “Indo-Russia Train Gain”, Made in India, 2017. http://www.makeinindia.com/article/-/v/70-years-of-
india-russia-partnership-in-the-railways, Accessed on September 28, 2019.
16Russia whose economy is mainly dependent on hydrocarbons and commodities is trying to diversify itself to digitalisation and infrastructure improvement. The Russian investors, such as DST, have shown greater interest in the foreign Innovation & Technology companies. 16“Russia in M&A Report 2018”, KPMG, 2018, pg.8, op.cit.
17“ONGC Videsh Limited – Working globally for the Energy Security of India”, ONGC, https://www.ongcindia.com/wps/wcm/connect/en/about-ongc/subsidiaries/ongc-videsh-limited/ Accessed on October 9, 2019.
18“Annual Report 2016-2017”, Ministry of Petroleum & Natural Gas, 2017, pg.17.
http://petroleum.nic.in/sites/default/files/AR16-17.pdf, Accessed on October 9, 2019.
निरंतर मजबूत आर्थिक विकास की वजह से सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की ऊर्जा मांग की तुलना में भारत की ऊर्जा मांग तेजी से बढ़ने का अनुमान है। नतीजतन, वैश्विक ऊर्जा मांग के प्रतिशत के रूप में भारत की ऊर्जा मांग 2040 में 2017 में 5.58 प्रतिशत से बढ़कर 11 प्रतिशत हो जाने की उम्मीद है। अब तक यह मानार्थ भारत और रूस के बीच आर्थिक सहयोग के विकास की सबसे अधिक संभावना है।
परमाणु ऊर्जा में, भारत का रूस के साथ सहयोग भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देता है।20 कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (के.के.एन.पी.पी.) यूनिट 1 और 2 चालू हैं, जबकि यूनिट 3 और 4 निर्माणाधीन हैं। यूनिट 5 और 6 के लिए समझौता पूरा हो गया है।21 भारत में 12 और परमाणु ऊर्जा स्टेशनों के निर्माण की योजना है।22 भारत में परमाणु उपकरणों के विनिर्माण के स्थानीयकरण पर समझौते के साथ, यह सहयोग के बीच एक अन्य क्षेत्र होगा।23 बांग्लादेश में रूपपुर एनपीपी जैसे तीसरे देशों में दो संयुक्त परियोजनाएं इस क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने में मदद करती हैं।
निष्कर्ष
बदलते भू-राजनीतिक स्थितियों के बावजूद समय के साथ भारत-रूस संबंध दृढ़ हो गए हैं। दोनों एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करना जारी रखना चाहते हैं। इसलिए एक-दूसरे की प्रगति में आर्थिक दांव लगाना राजनीतिक तथा सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने हेतु महत्वपूर्ण है। आर्थिक सहयोग का एक बड़ा क्षेत्र क्षेत्रीय और वैश्विक प्रवाह को देखते हुए अपरिहार्य भू-राजनीतिक उतार-चढ़ाव से राजनीतिक संबंधों को भी प्रेरित करेगा।
डॉ. इंद्राणी तालुकदार भारतीय विश्व मामलों की परिषद, नई दिल्ली में एक अध्येता हैं।
अस्वीकरण: विचार लेखक के हैं और परिषद के नहीं
19“Indian Petroleum & Natural Gas Statistics 2017-2018”, Ministry of Petroleum and Natural Gas: Economic and Statistics Division, September 2018, pp.143-144. http://petroleum.nic.in/sites/default/files/ipngstat_0.pdf Accessed on October 10, 2019.
20“ India-Russia: an Enduring Partnership in a Changing World”, Joint Statement: Ministry of External Affairs, October 5, 2018, op.cit.
22Chetan Kumar, “India to have 12 more nuclear power plants soon: DAE Chief”, Times of India, April 22, 2019. https://timesofindia.indiatimes.com/india/india-to-have-12-more-nuclear-power-plants-soon-dae-chief/articleshow/68994453.cms?from=mdr, Accessed on October 19, 2019.
23“Heavy Engineering: Close Ties”, Made in India, 2017. http://www.makeinindia.com/article/-/v/70-years-of-india-russia-heavy-machinery-highlights, Accessed on October 19, 2019.