माल्टा और स्विट्जरलैंड को 2023-24 के कार्यकाल, जो 1 जनवरी, 2023 से शुरू हुआ है, के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् (यूएनएससी) के गैर-स्थायी सदस्य (एनपीएम) के रूप में चुना गया है। दोनों देशों को "पश्चिमी यूरोप और अन्य देशों" की श्रेणी में चुना गया है। माल्टा और स्विट्जरलैंड यूएनएससी के गैर-स्थायी सदस्यों के रूप में क्रमशः अपना दूसरा और पहला कार्यकाल पूरा करेंगे। इससे पहले माल्टा ने 1983-84 में यूएनएससी की अस्थाई सदस्यता ली थी। यूएनएससी की अस्थायी सदस्यता, सदस्यों को अपने महत्वपूर्ण मुद्दों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है। एनपीएम’ज़ स्पष्ट एजेंडे और प्राथमिकताओं के साथ परिषद् में प्रवेश करते हैं और यूएनएससी के परिणामों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।[i] इस संक्षिप्त आलेख में गैर-स्थायी सदस्यों के रूप में माल्टा और स्विट्जरलैंड के दो वर्ष के कार्यकाल और बदलती वैश्विक भू-राजनीति के बीच वे सामूहिक प्रयासों में क्या योगदान करते हैं, का विश्लेषण किया गया है।
स्रोत: स्विस फेडरल डिपार्टमेंट ऑफ़ फॉरेन अफ़ेयर्स (एफ़डीएफ़ए)
यूएनएससी में माल्टा की गैर-स्थायी सदस्यता
माल्टा 185 मतों के साथ दूसरी बार यूएनएससी के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना गया है। माल्टा के विदेश मंत्री इयान बोर्ग ने इसे देश के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। माल्टा के पीएम रॉबर्ट एबेला ने ट्वीट कर कहा कि "परिषद् में सेवा करने से माल्टा को वैश्विक शांति और सुरक्षा के रखरखाव में योगदान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर मिलता है"।[ii]
माल्टा ने यूएनएससी की एनपीएम उम्मीदवारी के हिस्से के रूप में अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने और समानता और सामाजिक एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार किया। माल्टा ने अपनी विदेश नीति के दृष्टिकोण के अभिन्न अंग के रूप में प्रभावी बहुपक्षवाद के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। महामारी के बाद की दुनिया और उसके बाद की भू-राजनीतिक चुनौतियों में, माल्टा ने सुरक्षा, स्थिरता और एकजुटता हासिल करने की आवश्यकता को चिन्हांकित किया है।[iii] दो वर्ष के कार्यकाल के लिए अपने एजेंडे को विस्तार से बताते हुए माल्टा ने निम्नलिखित पर बल दिया है:
अपनी विदेश नीति के संबंध में, माल्टा संघर्ष समाधान और शांति प्रक्रियाओं की दिशा में काम करने के लिए दृढ़ संकल्पित प्रतीत होता है। इस उद्देश्य के लिए, यह दुनिया भर में महिलाओं और युवाओं की समावेशी भागीदारी को प्रोत्साहित करता है। यूएनएससी मंच के माध्यम से, माल्टा का उद्देश्य एसडीजी’ज़ की उपलब्धि के लिए शिक्षा की भूमिका को अपरिहार्य के रूप में उजागर करना है। यह दुनिया भर में एक सुलभ शैक्षिक प्रणाली का आह्वान करता है जहां बच्चे प्रासंगिक ज्ञान, कौशल, दक्षता और एक नज़रिया प्राप्त करते हैं। माल्टा अपनी शैक्षिक प्रणाली को लागू करते समय देशों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में इक्विटी, सामाजिक न्याय, विविधता और समावेशिता का आह्वान करता है। जलवायु परिवर्तन और संबद्ध जोखिम भी माल्टा की विदेश नीति के केंद्र में दिखाई देते हैं।[iv] एक छोटे से द्वीप देश के रूप में, माल्टा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न होने वाले खतरे के प्रति प्रतिबद्ध और जागरूक है और छोटे द्वीप विकासशील राज्यों (SIDS) के प्रति अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के बहुपक्षीय जुड़ाव और एकजुटता का आह्वान करता है।[v]
माल्टा द्वारा यूएनएससी में अपने एजेंडे के हिस्से के रूप में उल्लिखित पूर्व-निर्धारित लक्ष्यों और उद्देश्यों के अलावा, पहले से मौजूद इसके वैश्विक आउटरीच कार्यक्रमों और नीतियों के प्रति इसकी भागीदारी, सहभागिता और प्रतिबद्धता को अधिक आशाओं के साथ देखा जाएगा। उदाहरण के लिए, माल्टा बाल सैनिकों के पुनर्एकीकरण पर मित्र समूह का सह-अध्यक्ष है। चूंकि माल्टा अपने प्राथमिक एजेंडे में से एक के रूप में संघर्ष समाधान को रेखांकित करता है, सशस्त्र संघर्ष से प्रभावित बच्चों के मुद्दों को संबोधित करने की दिशा में इसका दृष्टिकोण यूएनएससी में इसके कार्यकाल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। इसके अतिरिक्त, माल्टा दुनिया भर के समुदायों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए विदेशी विकास सहायता प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, माल्टा में घाना के अग्निशामकों का प्रशिक्षण, नामीबिया को माल्टीज़ आलू दान करना आदि। पिछले दशक के दौरान, क्षमता निर्माण, छात्रवृत्ति और मानवीय सहायता के तीन स्तंभों के अंतर्गत दुनिया भर में माल्टा द्वारा 180 से अधिक परियोजनाओं को वित्तपोषित किया गया है। अगले दो वर्षों में बारीकी से देखा जाएगा कि माल्टा अपनी सहायता परियोजनाओं को कैसे आगे बढ़ाता है। अंत में, एक द्वीप देश के रूप में, जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील, माल्टा जलवायु और सुरक्षा के परस्पर संबंधों के मुद्दों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए यूएनएससी को सक्षम करने के महत्व के बारे में बात करता है। [vi] इसलिए, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन से संबंधित मामलों पर यूएनएससी में माल्टा की आवाज़ महत्वपूर्ण होगी।
यूएनएससी में स्विट्जरलैंड की गैर-स्थायी सदस्यता
2002 में संयुक्त राष्ट्र में शामिल होने के बाद से, यह पहली बार है जब स्विट्जरलैंड को UNSC में एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना गया है। स्विट्ज़रलैंड को 187 मत प्राप्त हुए और उसे सुरक्षा परिषद् का स्पष्ट विश्वास प्राप्त हुआ। स्विस राष्ट्रपति इग्नाज़ियो कैसिस ने अपने बयानों के माध्यम से, स्विट्जरलैंड की यूएनएससी में भूमिका निभाने का इरादा रखते हुए कहा, "हम शांति के लिए काम करने और दुनिया में अपने मूल्यों का प्रतिनिधित्व करने के लिए स्विस विशेषज्ञता का उपयोग करना चाहते हैं, और एक तटस्थ देश के रूप में, समझौता और समाधान की खोज का हिस्सा बनना चाहते हैं"। [vii]
स्विट्जरलैंड के संघीय संविधान के अंतर्गत, इसमें कहा गया है कि लोगों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में योगदान देना देश का कर्तव्य है। यूएनएससी सीट के माध्यम से, इस पर विचार करते हुए कि यह सुरक्षा परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के जनादेश के अनुरूप है, स्विट्जरलैंड संविधान के जनादेश को अधिक प्रभावी ढंग से पूरा करने में सक्षम होगा। यूएनएससी के दो वर्ष के कार्यकाल के लिए स्विस एजेंडे के संदर्भ में, राष्ट्रपति इग्नाज़ियो ने इस चुनौतीपूर्ण समय में अधिक से अधिक संवाद की आवश्यकता पर बल दिया है और स्विट्जरलैंड का लक्ष्य इसे किस प्रकार सुसाध्य बनाने का है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, पलायन, गरीबी और महामारी जैसे मुद्दों से निपटने के लिए सदस्य देशों के बीच बहुपक्षवाद को मजबूत करने और सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। अपने यूएनएससी एजेंडे के हिस्से के रूप में, स्विट्जरलैंड ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल के लिए चार प्राथमिकताएँ निर्धारित की हैं:[viii]
यूएनएससी की अस्थाई सदस्यता से स्विट्जरलैंड की विदेश नीति का भार बढ़ने की संभावना है। स्विट्ज़रलैंड एक निर्यात-उन्मुख अर्थव्यवस्था है जो खुले बाज़ारों को प्रोत्साहित करती है। शांति और स्थिरता, व्यापार के निर्बाध प्रवाह के केंद्र में हैं। यूएनएससी एनपीएम के रूप में, स्विट्जरलैंड के पास विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में अपनी विशेषज्ञता और विश्वसनीयता का उपयोग करने और संयुक्त राष्ट्र की सामूहिक सुरक्षा प्रणाली में योगदान करने का अवसर होगा।[ix] स्विट्ज़रलैंड की तटस्थता यूएनएससी के एनपीएम के लिए अपनी उम्मीदवारी की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता रही है। तटस्थता परस्पर विरोधी दलों के बीच मध्यस्थता करने की अधिक विश्वसनीयता की सुविधा प्रदान करती है। विवादित देशों के बीच शांति वार्ता के मामले में स्विट्जरलैंड से अपने कार्यकाल के दौरान एक प्रभावशाली भूमिका निभाने की उम्मीद की जाएगी।
14 दिसंबर, 2022 को, स्विट्जरलैंड ने सुरक्षा परिषद् में अपने आधिकारिक बयान में सुधारे हुए बहुपक्षवाद पर बहस शुरू करने और आयोजित करने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। ऐसा कहने के बाद, स्विट्जरलैंड ने बहुपक्षवाद को मजबूत करके और सामूहिक प्रयासों से जटिल चुनौतियों से निपटने के अपने रुख पर प्रकाश डाला। स्विट्ज़रलैंड ने उन तीन पहलुओं को रेखांकित किया कि वह सुधारे हुए बहुपक्षवाद से कैसे निपटेगा:[x]
निष्कर्ष
आज, दुनिया भर में भू-राजनीतिक और रणनीतिक चुनौतियों ने एक अधिक सक्रिय यूएनएससी की आवश्यकता को फिर से स्थापित किया है। दुनिया भर में संघर्षों और संकट की वापसी और वैश्विक मंदी ने विश्व समुदाय का ध्यान तत्काल आकर्षित किया है। इसके बीच, यूएनएससी में माल्टा और स्विट्जरलैंड का कार्यकाल समयानुकूल नहीं हो सकता। क्योंकि ये दोनों छोटे देश यूएनएससी में अधिक बहुपक्षीय और समावेशी दृष्टिकोण के लिए जोर देते हैं, अतः सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यों के अंतरराष्ट्रीय संबंधों और वीटो व्यवहार के दौरान इसका प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
*****
*डॉ. मोनिका गुप्ता ,आईसीडब्ल्यूए में रिसर्च फेलो हैं।
व्यक्त किए गए विचार निजी हैं।
डिस्क्लेमर: इस अनुवादित लेख में यदि किसी प्रकार की त्रुटी पाई जाती है तो पाठक अंग्रेजी में लिखे मूल लेख को ही मान्य माने ।
पाद-टिप्पणियां
[i] Hillnotes (2020), “The role of non-permanent members of the United Nations Security Council”, 12 June, Accessed on 26 December 2022, available at https://hillnotes.ca/2020/06/12/the-role-of-non-permanent-members-of-the-united-nations-security-council/.
[ii] Malta Independent (2022), “Malta elected as non-permanent member of UN Security Council”, 9 June, Accessed on 26 December 2022, available at https://www.independent.com.mt/articles/2022-06-09/local-news/Malta-appointed-as-non-permanent-member-of-UN-security-council-6736243608.
[iii] Ministry for Foreign and European Affairs and Trade (2022), “Malta 2023-2024 United Nations Security Council”, Accessed on 27 December 2022, available at https://foreign.gov.mt/en/embassies/pr_new_york/documents/mfea%20unsc%20brochure.pdf
[iv] Ibid.
[v] SIDS – Small Island Developing States – is a distinct group of 38 UN member states and 20 non-UN members that face unique social, economic and environmental vulnerabilities.
[vi] Ministry for Foreign and European Affairs and Trade (2022), “Malta 2023-2024 United Nations Security Council”, Accessed on 27 December 2022, available at https://foreign.gov.mt/en/embassies/pr_new_york/documents/mfea%20unsc%20brochure.pdf
[vii] Federal Department of Foreign Affairs Switzerland (2022), “Switzerland’s election to the UN Security Council”, 9 June, Accessed on 27 December 2022, available at https://www.eda.admin.ch/eda/en/fdfa/fdfa/aktuell/newsuebersicht/2022/06/wahl-schweiz-uno-sicherheitsrat.html.
[viii] Federal Department of Foreign Affairs Switzerland (2022), “Switzerland’s priorities for serving on the UN Security Council, 31 August, Accessed on 27 December 2022, available at https://www.eda.admin.ch/eda/en/fdfa/fdfa/aktuell/newsuebersicht/2022/05/schweizer-schwerpunkte-uno-sicherheitsrat.html
[ix] Federal Department of Foreign Affairs Switzerland (2022), “Switzerland on the UN Security Council”, 9 June, Accessed on 28 December 2022, available at https://www.eda.admin.ch/eda/en/home/foreign-policy/international-organizations/un/switzerland-commitment/UNO-Sicherheitsrat.html#.
[x] Swiss Statement at the United Nations Security Council (2022), “Maintaining international peace and security: A new direction for a reformed multilateralism”, 14 December, Accessed on 29 December 2022, available at https://www.aplusforpeace.ch/maintaining-international-peace-and-security-new-direction-reformed-multilateralism.
[xi] United Nations, “Our Common Agenda”, Accessed on 28 December 2022, available at https://www.un.org/en/common-agenda .