Page 26 - ICWA Newsletter Hindi October_December 2020
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िव� मामल� क� स�ू हाउस
भारतीय प�रषद
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से तवरार' तवषय क साथ बहुपक्षीय कायस्यूरी तवकधसत करने की कदठनाइयों,
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पर रौथे सत् वसधैव कटबकम की बढ़ती लार, जो शांततवादी तवरार नहीं
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की अध्यक्षता है, लदकन पश्चिमी अंतरा्डष् टट्रीय सबधों क धसद्धांत क ललए
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जी.बी.पत करिीय सोर को दूर करना राहता ह।, सैन्य शक्ति से आर्थक
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सामाश्जक शक्ति और यहां तक दक प्ामाभणक शक्ति क ललए सत्ता क
सस्ान स्ोतों में पररवत्डन पर ररा्ड की गई।
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इलाहाबाद क अंततम सत् 'भारत क सय्क त राष् टट्र सरक्षा पररषद कायकाल
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प्यूव्ड अध्यक्ष प्ो. 2021-2022 की काय्डस्यूरी में गोल-मेज ररा्ड थी। इसकी
राजेन हष ने अध्यक्षता तववेकानद अंतरा्डष्ट्रीय फाउडशन नई ददल्ी क
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की और इसमें तनदशक डॉ. अरतवंद ग्तिा ने की, श्जसमें तीन वतिाओं में
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इलाहाबाद रक्षा शक्ति तवश्वतवद्ालय, गजरात क कलपतत प्ो. तवमल
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करिीय पटल, बनारस दहंदू तवश्वतवद्ालय क य्यूनेस्ो रयर फॉर पीस
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तवश्वतवद्ालय एड इटरकलररल अंडर्टदडंग क प्ो. तप्यकार उपाध्या,
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(2005-10) सेंटर फॉर एयर पावर ्टडीज, नई ददल्ी क प्तततष्ठत फलो
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क प्यूव्ड एव सस्ापक कलपतत डॉ. अरतवंद ग्तिा, तववेकानद डॉ. मनप्ीत सेठी शाममल थे। यह नोट दकया गया दक भारत
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अंतरा्डष्ट्रीय फाउडशन, नई ददल्ी क तनदशक डॉ. सजया बारू, महान शक्ति प्ततद्दद्ता को तेज करने, जलवाय् पररवत्डन क
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तवभशष् फलो, मनोहर पर्रकर-रक्षा एव सामररक तवश्षण अस्स्तत्वपरक खतर क समय सय्क त राष् टट्र सरक्षा पररषद में
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सस्ान, नई ददल्ी, कायक्रम सममतत सममतत, आईसीडब्लए, शाममल है, जो बहुपक्षीयता को बड़ पैमाने पर प्भातवत करता
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और प्ो. उमा सलमा बावा, सेंटर य्यूरोतपयन ्टडीज, स्ल है, जबदक वैश्श्वक तनरस्त्ीकरण कायस्यूरी खडहर में तनदहत
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ऑफ अंतरा्डष्ट्रीय ्टडीज, जवाहरलाल नेहरू तवश्वतवद्ालय, है और नए साइबर और अतररक्ष सबधी खतर उभर हैं। एक
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नई ददल्ी शाममल ह। सत् में बहुपक्षीयता क ललए भ- सदस क रूप में भारत का दहत भारत क दहतों की रक्षा करने
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राजनीततक रनौततयों, भारत को अमेररका और रीन क साथ और सदसों और अवधारणाओं क बीर एक पल तनमा्डत की
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सतलन और सह-अस्स्तत्व की तलाश करने की आवश्यकता भममका तनभाने वाल बहुपक्षीयता पर सय्ति राष्ट्र की कायस्यूरी
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और उनक बीर प्ततद्दद्ता से उत्न्न रनौततयों, मध्य शक्तियों को बढ़ावा दने में भी असत् य होगा।
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हद्तीय आईसीडब्ल्यूए- आईपीआईएस (ईराि) िातरा
21 दिसंबर 2020
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तवश्व मामलों की भारतीय पररषद् ने दडश्जटल रूप से रगेनी ने दटप् पभणयां की।
Aतवश्व मामलों की भारतीय पररषद् (आईसीडब्ल्यूए) 'वैश्श्वक और क्षेत्ीय सदभ में भारत-ईरान सबध' पर पहला
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और इस्टट््यूट फॉर अंतरा्डष्ट्रीय एड पॉललदटकल ्टडीज तवषयगत सत् फ्ांस, नेपाल और अफगातनस्तान में भारत
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(आईपीआईएस), ईरान क बीर दूसरी वाता्ड की मेजबानी क प्यूव्ड राजदूत, तवभशष् फलो, पयवेक्षक शोध फाउडशन
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की। यह वाता्ड वैश्श्वक, क्षेत्ीय और दद्पक्षीय स्तरों क रुझानों की अध्यक्षता में हुआ। सत् में वतिाओं में शादहद बेहश्ी
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को दखते हुए भारत-ईरान सबधों की वत्डमान स्स्तत और तवश्वतवद्ालय तेहरान क प्ो.फसर डॉ. मोहसेन शरीयत
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भतवष्य क प्क्षेपवक्र पर ररा्ड करने क ललए वररष्ठ भारतीय एनआईए, श्ी नदन उनतनचरशानन, तवभशष् फलो, ऑब्जव्डर
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और ईरानी तवशेषज्ों/भशक्षातवदों क साथ ममलकर की गई ह। ररसर फाउडशन, श्ी मोजताबा रूजबानी (सीतनयर अध्येता,
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उद्ाटन सत् में राजदूत, डॉ. टी.सी.ए. राघवन, आईसीडब्लए आईपीआईएस) शाममल थे।
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क महातनदशक, डॉ. सैयद काजीम सजिाद, ईरान में भारत 'भारत-ईरान दद्पक्षीय सबध' पर दद्तीय सत् की अध्यक्षता
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क राजदूत गदाम धमजेंरि और भारत में ईरान क राजदूत अली इस्ाममक ररपब्लिक ऑफ ईरान में भारत क प्यूव्ड राजदूत
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अक: 23 | अक्बर -दिसंबर 2020 26