Page 5 - ICWA Newsletter Hindi April-June 2021
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स�ू हाउस






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            दो ददवसीर आईसीडब्लए-रूएसआई अतरचाष्ीर वेनबनार
            'गैिीपोिी ररनवसजटड'
                                 े
            22-23 अप्रैल 2021



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                  आईसीडब्ल्यूए ने य्यूनाइटड सर्वस इस्ीट््यूशन   असधग्िण। उनकी प्ेरणा सन् नैनतकता, सम्ान और पेशेवर
                                                                                    ै
            A  ऑफ इंहडया (य्यूएसआई) के  सियोग से 22-23         सैननक की गररमा में ननहित थी।
            अप्ैल 2021 को दो हदवसीय अंतराचाष््ीय वेनबनार 'गैलीपोली   सगोष्ी क नवशभन्न सत्ों में, यब्हटश और एज़ैक इनतिासलिन
                                                                                             ं
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            ररनवश्जटड' का आयोजन हकया। वेनबनार का मुख्य सबोधन   में भारत क योगदान को लबे समय तक हकस तरि से अनदिा
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            भारत क नवदश मत्ी डॉ. एस. जयशकर द्ारा हदया गया      हकया गया, इसपर चचाचा की गई। चचाचा क दौरान अशभयान को
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                                                                                             े
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            था। इस सम्लन में ऑस््ललया, न्जीलड, तुककी और य्यूक   लकर लबे समय से चल आ रि कछ ममथकों और ऐनतिाससक
                                                                 े
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            क नवद्ानों और नवश्षकों और साथ िी राजनययक व सन्     बिसों पर भी प्काश डाला गया। गैलीपोली में भारतीय
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            इनतिासकारों ने भी हिस्ा ललया। कायरिम का समापन      स्मारक की स्ापना ज़ररए अशभयान में भारत की उपस्स्नत
                                        चा
            भाषण भारतीय सेना क सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकद       को यादगार बनाने क सुझाव हदए गए। प्स्तुनतयों क दौरान
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            नरवणे ने हदया।                                     कछ दुलभ और ऐनतिाससक हफल्म क्लिप भी साझा की गईं,
                                                                      चा
                                                                ु
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            नवदश मत्ी डॉ. एस. जयशकर ने प्थम नववि युद में शाममल   जो दशाचाती ि हक कसे य्यूरोप, एशशया और अफीका में प्थम
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                                                                                   ु
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            िोने वाल भारतीय सैननकों क योगदान को इमगत करने ितु   नववि युद क सभी सात प्मि युद क्षेत्ों में भारतीय सैननकों
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                                                      े
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            भारत क नवदश मत्ालय और य्यूनाइटड सर्वस इस्ीट््यूशन   क योगदान और युद में भारत क राजनीनतक व आर्थक
            ऑफ इहडया क बीच सयुक्त पररयोजना में प्धानमत्ी       समथचान ने यब्हटश सरकार को "नवशेष युद सम्ेलन" में
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            नरद्र मोदी की व्यक्क्तगत रुचच की बात की, श्जसका श्जरि   भारत को शाममल करने ितु राजी करने का काम हकया। इन
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            प्धानमत्ी ने ऑस््ललया, फांस, य्यूक और इज़राइल की   बैिकों क दौरान तब पेररस शांनत सम्ेलन में यब्हटश साम्ाज्
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            अपनी आसधकाररक यात्ाओं क दौरान भी हकया था। उनोंने   प्नतननसधमडल की भागीदारी पर ननणचाय ललया गया था, श्जसक
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                                                                                                         ं
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            गैलीपोली अशभयान क मित्व और भारत क कटनीनतक          दौरान बातचीत हुई और 28 जन 1919 को वसाचाय की ससध
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            दृनष्कोण से इसक पररणाम पर प्काश डाला श्जसकी वजि से   को अपनाया गया।
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            भारत को 1919 में पेररस शांनत सम्ेलन क प्नतननसधमडल   अपने सबोधन में भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल एम.एम.
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            में शाममल हकया गया। इसी से भारत लीग ऑफ नेशस का     नरवणे ने उन लोगों को श्दांजलल दी श्जनोंने दश क ललए
                                                                                                     े
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            सस्ापक सदस बन सका और वसाय की ससध पर िस्ताक्षर      लड़ते हुए अपने प्ाणों की आहुनत दी ि। उनोंने इस बात
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                                       चा
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            करने का असधकार िाससल हकया। जयशकर ने किा हक यि      पर प्काश डाला हक प्थम नववि युद नववि इनतिास की एक
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            स्मरण रिने वाली बात ि हक नववि युदों क दौरान भारतीय   मित्वप्यूणचा घटना थी और भारतीय सैननक अपने सम्ानजनक
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            सैननकों का लक्ष् न तो नवजय प्ाप्त करना था और न िी   पेशे से जुड़ी प्नतष्ा क ललए इस लड़ाई में शाममल हुए।
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            अक : 25  |  अप्रैल-जून 2021                                                                     5
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